भैरवगढ़ किले में कोई आवास नहीं है, लेकिन मोरोशी गांव या ढाबा में रात भर रुकता है।

भैरवगढ़किले के आधार पर एक बारहमासी पानी की टंकी है।

यात्रा का समय: मोरोशी गांव से पयाथा से माची तक लगभग 1.5 से 2 घंटे लगते हैं। माची से डाइक (बाले किला) के आधार तक पहुंचने में 15 मिनट लगते हैं।

यदि आप अपने साथ 300 फीट की रस्सी ले जाते हैं, तो आप खड़ी सीढ़ियों से ऊपर और नीचे जाते समय फंसेंगे नहीं।

किले से उतरते समय रैपलिंग तकनीक का प्रयोग करना चाहिए।